जो लडकिया लव के चककर मे पडकर अपने माँ-बाप को छोडकर घर से भाग जाती है मै उन लडकीयो के लिए कुछ कहना चाहुंगा . . बाबुल की बगिया में जब तू , बनके कली खिली, तुमको क्या मालूम की, उनको कितनी खुशी मिली । उस बाबुल को मार के ठोकर, घर से भाग जाती हो, जिसका प्यारा हाथ पकड़ कर, तुम पहली बार चली ॥ . . . तूने निष्ठुर बन भाई की, राखी को कैसे भुलाया, घर से भागते वक़्त माँ का आँचल याद न आया ? तेरे गम में बाप हलक से, कौर निगल ना पाया, अपने स्वार्थ के खातिर, तूने घर में मातम फैलाया ॥ . . . वो प्रेमी भी क्या प्रेमी, जो तुम्हें भागने को उकसाये, वो दोस्त भी क्या दोस्त, जो तेरे यौवन पे ललचाये । ऐसे तन के लोभी तुझको, कभी भी सुख ना देंगे, उलटे तुझसे ही तेरा, सुख चैन सभी हर लेंगे ॥ . . . सुख देने वालो को यदि, तुम दुःख दे जाओगी, तो तुम भी अपने जीवन में, सुख कहाँ से पाओगी? अगर माँ बाप को अपने, तुम ठुकरा कर जाओगी, तो जीवन के हर मोड पर, ठोकर ही खाओगी ॥ . . . जो - जो भी गई भागकर, ठोकर खाती है, अपनी गलती पर, रो-रोकर अश्क बहाती है । एक ही किचन में, मुर्गी के संग साग पकाती है, हुईं भयानक भूल, सोचकर अब पछताती है ॥ . . . जिंदगी में हर पल तू, रहना सदा ही जिन्दा, तेरे कारण माँ बाप को, ना होना पड़े शर्मिन्दा । यदि भाग गई घर से तो, वे जीते जी मर जाएंगे, तू उनकी बेटी है यह, सोच - सोच पछताएंगे l "माँ" एक ऐसी बैंक होती है , जहाँ आप अपनी हर 'भावना' और 'दुख' जमा कर सकते है, और. "पापा" एक ऐसे क्रेडिट कार्ड है जिनके पास बैलेंस न होते हुए भी हमारे सपने पूरे करने की कोशिश करते रहते हैं l Umrav Singh Rajput
Wednesday 28 January 2015
Thursday 22 January 2015
Dil ke sagar me lehren uthaya na kro.khwab bankar nind churaya na kro.
दिल के सागर मे लहरे उठाया ना करो,
ख्वाब बनकर नींद चुराया ना करो,
बहुत चोट लगती है मेरे दिल को,
तुम ख्वाबो में आ कर यू तडपाया ना करो….
Wednesday 21 January 2015
Jise tum Ishq karo wo mohabbat.....
जिसे तुम इश्क़
जिसे तुम इश्क़ करो वो मोहब्बत
जो तुम्हे इश्क़ करे उस का क्या..?
जिसके लिए तुम रोए वो मोहब्बत
जो तुम्हारे लिए रोए उसका क्या..?
जिसके लिए तुम तड़पे वो मोहब्बत
जो तुम्हारे लिए तड़पा उसका क्या..?
जिसे तुमने प्यार किया वो तुमको मिले
और जिस को तुम ना मिले उसका क्या..?
Thursday 15 January 2015
Pyar ki dastan
प्यार की दास्तान
अपने दिल में तुम्हारे प्यार की दास्तान लिखी है,
ना थोड़ी ना बहुत तमाम लिखी है !
कभी हमारे लिए भी दुआ कर लिया करो,
क्यों की हमने अपनी हर इक साँस तुम्हारे नाम लिखी है !!
Tuesday 13 January 2015
Happy sakranti.
यूँ तो हवा के रुख को समझती है पतंगें,
फिर भी बुरे हालत से लड़ती है पतंगें,
कटती है, उतरती है और चढ़ती है पतंगें,
उम्मीद के धागे से ही बढ़ती है पतंगें,
गिरती है, सम्हलती है, मचलती है पतंगें,
बेखौफ तमन्नाओं सी उड़ती है पतंगे....
Sunday 11 January 2015
Pyar ek haseen lamha hai usko jine wala chahiye.....
प्यार एक हसीन लम्हा
प्यार एक हसीन लम्हा है उसको जीने वाला चाहिए
प्यार एक सपनो की दुनिया है उसमे रहने वाला चाहिए
प्यार एक विश्वास है उस पर साथ चलने वाला चाहिए
प्यार एक खुशी है जिसको बाटने वाला चाहिए
प्यार एक बेजूबा शब्द जिसको बोलने वाला चाहिए
प्यार एक आशिकी है जिसका साथ निभाने वाला चाहिए
प्यार एक गम भी है जिसमे आँसू पोछने वाला चाहिए
प्यार एक साथ सुरो का संगम है जिसमे ताल मिलने वाला चाहिए
प्यार एक दीवानगी है जिसमे खो जाने वाला चाहिए
प्यार एक राज़ है जिसको समझने वाला चाहिए
प्यार एक नादानी है उस्सा बाकचाने वाला चाहिए
प्यार एक खामोशी है जिससे पढ़ने वाला चाहिए
प्यार एक हीरा है जिसको खोजने वाला चाहिए
प्यार एक एहसास है जिसको महसूस करने वाला चाहिए
प्यार एक आधूरा शब्द है उसको पूरा करने वाला चाहिए
प्यार एक रिश्ता है जिसको अपनाने वाला चाहिए
प्यार एक जीवन है जिसके साथ जिंदगी बिताने वाला चाहिए..
Saturday 10 January 2015
Darde dil.
शीशे के घरों में देखो तो पत्थर दिल वाले बसते हैं,
जो प्यार को खेल समझते हैं और तोड़ के दिल को हँसते हैं..
Thursday 8 January 2015
Swami Vivekanand
हम जो बोते हैं वो काटते हैं . हम स्वयं अपने भाग्य के विधाता हैं . हवा बह रही है ; वो जहाज जिनके पाल खुले हैं , इससे टकराते हैं , और अपनी दिशा में आगे बढ़ते हैं , पर जिनके पाल बंधे हैं हवा को नहीं पकड़ पाते . क्या यह हवा की गलती है ?…..हम खुद अपना भाग्य बनाते हैं .
Swami Vivekanand
यदि कोई तुम्हारे समीप अन्य किसी साथी की निन्दा करना चाहे, तो तुम उस ओर बिल्कुल ध्यान न दो। इन बातों को सुनना भी महान् पाप है, उससे भविष्य में विवाद का सूत्रपात होगा।
Swami Vivekanand
पक्षपात ही सब अनर्थों का मूल है, यह न भूलना। अर्थात् यदि तुम किसी के प्रति अन्य की अपेक्षा अधिक प्रीति-प्रदर्शन करते हो, तो याद रखो उसीसे भविष्य में कलह का बिजारोपण होगा।
Wednesday 7 January 2015
Maa. (Mother)
Shat-shat naman karoon mein tujhko,tum Ganga ki tarha nirmal ho.
Mamta ki murt ho tum janni, chandrma ki tarha sheetal ho.
Tere pavan charnon me,mein hardam sheesh jhukata hoon.
Tere charan-kamlon ki dhool , apne mastak par lagata hoon.
Tum pujniya ho mamtamayi ho,tum meri jivandata ho.
Pratham guru ho tum mata, tum meri bhagyavidhata ho.
Mein tere rin se kabhi oorin ho nahi sakta.
Tere upkar hai mujh par itne ki gin nahi sakta.
Tujh jaisi mata mili, mujhe Garv hai is baat ka.
Mein tujhme hi darshan paoon, shaktirupa jagdambe maat ka.
Tere pavan charnon me sadaiv mera anurag rahe.
Mata mere sir par hamesha tera hath rahe.
--- Umrav Singh.
Tuesday 6 January 2015
Bhagavd Gita.
Bhagavad Gita
मन की गतिविधियों, होश, श्वास, और भावनाओं के माध्यम से भगवान की शक्ति सदा तुम्हारे साथ है; और लगातार तुम्हे बस एक साधन की तरह प्रयोग कर के सभी कार्य कर रही है.
Monday 5 January 2015
Bhagavad Gita.
परिवर्तन संसार का नियम है। जिसे तुम मृत्यु समझते हो, वही तो जीवन है। एक क्षण में तुम करोड़ों के स्वामी बन जाते हो, दूसरे ही क्षण में तुम दरिद्र हो जाते हो। मेरा-तेरा, छोटा-बड़ा, अपना-पराया, मन से मिटा दो, फिर सब तुम्हारा है, तुम सबके हो।
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