Tuesday 11 August 2015

"इन्तजार आज भी है"

"इन्तजार आज भी है"

किसी के लिए मेरे दिल में तड़प आज भी है।
उन गुजरे हुए लम्हों की कसक आज भी है।

वक्त के साथ वो मेरी जिन्दगी से दूर हुए,
उनसे मिलने की चाहत मन में आज भी है।

खामोश सी, सवाल पूछती सी वे आँखें,
वो मासूम सा चेहरा मेरी आँखों में आज भी है।

हंसते, खेलते और कभी बूझते पहेलियाँ,
मेरे कानों में उनकी आवाज आज भी है।

कई वर्षों तक खेले थे हम साथ-साथ,
उन लम्हों की धुंधली सी याद आज भी है।

कितना बदल गया होगा वो बचपन का चेहरा,
जिनके लिए मेरे दिल में जगह आज भी है। है

कहां ? कैसा है वो ? मालूम नहीं !
मगर उनका मुझे इन्तजार आज भी है।

-- Umrav Jan Sikar

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